Where ‘Mauli’ is the sole identity!
जिथे ‘माऊली’ ही एकमेव ओळख! कोणताही धर्म नाही, जात नाही, देश नाही, मूळ नाही, श्रीमंत नाही, गरीब नाही, गोरा नाही, काळा नाही, उजवा नाही, डावा नाही, वंश नाही, लिंग नाही आणि जातीचा भेद नाही – प्रत्येकजण ‘माऊली’ आहे. जय हरी माऊली!
Where ‘Mauli’ is the sole identity! No religion, no caste, no country, no origin, no rich, no poor, no white, no black, no right, no left, no race, no gender, and no distinction of species—everyone is ‘Mauli’. Jai Hari Mauli!
जहां ‘माऊली’ ही है एकमात्र पहचान! कोई धर्म नहीं, कोई जाति नहीं, कोई देश नहीं, कोई मूल नहीं, कोई अमीर नहीं, कोई गरीब नहीं, कोई सफ़ेद नहीं, कोई काला नहीं, कोई दायाँ नहीं, कोई बायाँ नहीं, कोई नस्ल नहीं, कोई लिंग नहीं, और कोई प्रजाति का भेद नहीं – हर कोई ‘माऊली’ है। जय हरि माऊली!